#सब_मेरे_भाई_हैं !!
जातीय मानसिकता ने कुछ लोगों को दीमक की तरह खोखला कर दिया है। कुछ लोग बाहर से रंग रूप और बोलचाल में भले ही आधुनिक शैली के दिखते हैं। लेकिन विचारधारा के स्तर पर यह आज भी दकियानूसी, जातिवादी बने हुए हैं। इनकी नस नस मे direct/indirect रूप में जातिवाद फैला हुआ है।
मैं बात SNC के चुनाव की कर रहा हूँ मेरा भाई मो.शारिक खान भी है। और मेरा भाई सैय्यद एहतेशाम भी है। वो अलग बात है। कि मैं मो.शारिक खान का समर्थक हूँ। और सबकी अपनी-अपनी अलग पसंद होती है। कोई लाभी की वजह से तो कोई दोस्ती की वजह से Support करता है।
लेकिन आप लोगों से गुज़ारिश है। की जात-पात के नाम पर गन्दी राजनीत ना करें। सभी प्रत्याशी मेरे एक अच्छे दोस्त और मेरे भाई हैं। चाहे वो अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हों या महामंत्री पद के हों। आपको जो प्रत्याशी अच्छा लगता हो। आप उसका Support करें उसको जीताने के लिए मेहनत करें। लेकिन मेरे भाई चुनाव को लेकर आपसी ताल्लुकात खराब ना करें। हन मेहनत करें प्रचार प्रसार करें लोगों से मुलाकात करें जीत-हार तो अल्लाह के हाथ में है। पर किसी की बुराई ना करें मेरे भाई।
लेकिन आज भी लोगों को जात-पात प्यारी है। जातिवाद लाईलाज महामारी है। समझतें हैं लोग दो जातियों की मजबूरियां, किसी से कोई शिकायत नहीं है। बस इल्तेज़ा इतनी है कि अपनी सलाहियतों, ल्याक़तों का इस्तेमाल जातिवाद, निजी स्वार्थवाद से ऊपर उठ कर लोगों को एक सकारात्मक सोच दें। जातियात,निजी व्यक्तित्व पर हमला/आलोचना करने से बचें। असल मुद्दे पर बहस चर्चा होनी चाहिये।
इन्सानी स्वभाव, जब अपनी जाति बिरादरी की तरफ, निजी स्वार्थ, सगे संबंधियों की तरफ बेजा झुकाव,खिंचाव करे तो खुत्ब-ए-हुज्जतुल वदा को अपने ज़ेहन मे रखें, प्रमुखता बरतरी अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा व परहेज़गारी से है। सभी इन्सान हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की औलाद हैं और आदम अलैहिस्सलाम मिट्टी से पैदा किये गये हैं।
#SNC_Election
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