राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय प्रवक्ता तलहा रेशादी की जनता से अपील अफवाहों पर ध्यान ना दें।हालात पहले से बेहतर।
*राष्ट्रीय ओलमा कौंन्सिल* के राष्ट्रीय प्रवक्ता जनाब *तलहा रशादी* साहब ने बताया कि कासगंज के मामले को लेकर लगतार तमाम तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं जिससे न सिर्फ कासगंज और आस पास का माहौल खराब हो रहा है बल्कि इसका असर दूसरी जगहों पर भी होता नजर आ रहा है। कासगंज का माहौल धीरे धीरे ठीक हो रहा है और कल से अभी तक वहां कोई नई वारदात, हिंसा या गिरफ्तारी नही हुई है। अफवाहें पर ध्यान न दें, खास तौर से सोशल मीडिया पर रोज़ ही कुछ न कुछ चल रहा है जैसे आज कुछ नई वीडियो आगजनी और पथराव की चलाई जा रही है जो कि सरासर झूठ है। वह वीडियो कही और कि पुरानी है। आज 1 फरवरी को कासगंज में आला अधिकारियों की मौजूदगी में पीस कमेटी की बैठक हुई थी जिसमे ओलमा कौंसिल के ज़िम्मेदारान भी शामिल थे। तमाम आला अधिकारियों ने साफ तौर से कहा है कि जांच पूरी हो जाने तक अब मज़ीद कोई गिरफ्तारी नही होगी। आज अखबारों में जिस शमीम को चंदन का क़ातिल बता गिरफ्तार होने की बात लिखी है उसके और 2 लोगों के खिलाफ चंदन की हत्या का नामज़द मुक़दमा लिखवाया गया है जिसमे उसे कल गिरफ्तार किया गया है। हालांकि ये सबूतों से साफ है कि चंदन की मौत में इन लोगों का हाथ नही है पर चूंकि नामज़द मुक़दमा है इसलिए क़ानूनी चारागोई की जा रही है। आप सब किसी भी खबर को वायरल करने से पहले उसकी तस्दीक कर लें।राष्ट्रीय ओलमा कौंन्सिल कासगंज हालात पर वहां के मुकामी और पार्टी के लोगो से बराबर राब्ते में है। कुछ गिरफ्तारियाँ और आगज़नी होने की वजह से लोग दहशत में है और सहमे हुए है, उन्हें हौसला देने की ज़रूरत है नाकि अफवाहें फैला उनका हौसला तोड़ा जाए। हम सबको उनकी हर मुमकिन मदद करने की ज़रूरत है। हालात अब धीरे धीरे नार्मल हो रहे हैं और इंशा अल्लाह आगे जो भी हो हर मुमकिन मदद करने की कोशिश की जाएगी।
*राष्ट्रीय ओलमा कौंन्सिल* के राष्ट्रीय प्रवक्ता जनाब *तलहा रशादी* साहब ने बताया कि कासगंज के मामले को लेकर लगतार तमाम तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं जिससे न सिर्फ कासगंज और आस पास का माहौल खराब हो रहा है बल्कि इसका असर दूसरी जगहों पर भी होता नजर आ रहा है। कासगंज का माहौल धीरे धीरे ठीक हो रहा है और कल से अभी तक वहां कोई नई वारदात, हिंसा या गिरफ्तारी नही हुई है। अफवाहें पर ध्यान न दें, खास तौर से सोशल मीडिया पर रोज़ ही कुछ न कुछ चल रहा है जैसे आज कुछ नई वीडियो आगजनी और पथराव की चलाई जा रही है जो कि सरासर झूठ है। वह वीडियो कही और कि पुरानी है। आज 1 फरवरी को कासगंज में आला अधिकारियों की मौजूदगी में पीस कमेटी की बैठक हुई थी जिसमे ओलमा कौंसिल के ज़िम्मेदारान भी शामिल थे। तमाम आला अधिकारियों ने साफ तौर से कहा है कि जांच पूरी हो जाने तक अब मज़ीद कोई गिरफ्तारी नही होगी। आज अखबारों में जिस शमीम को चंदन का क़ातिल बता गिरफ्तार होने की बात लिखी है उसके और 2 लोगों के खिलाफ चंदन की हत्या का नामज़द मुक़दमा लिखवाया गया है जिसमे उसे कल गिरफ्तार किया गया है। हालांकि ये सबूतों से साफ है कि चंदन की मौत में इन लोगों का हाथ नही है पर चूंकि नामज़द मुक़दमा है इसलिए क़ानूनी चारागोई की जा रही है। आप सब किसी भी खबर को वायरल करने से पहले उसकी तस्दीक कर लें।राष्ट्रीय ओलमा कौंन्सिल कासगंज हालात पर वहां के मुकामी और पार्टी के लोगो से बराबर राब्ते में है। कुछ गिरफ्तारियाँ और आगज़नी होने की वजह से लोग दहशत में है और सहमे हुए है, उन्हें हौसला देने की ज़रूरत है नाकि अफवाहें फैला उनका हौसला तोड़ा जाए। हम सबको उनकी हर मुमकिन मदद करने की ज़रूरत है। हालात अब धीरे धीरे नार्मल हो रहे हैं और इंशा अल्लाह आगे जो भी हो हर मुमकिन मदद करने की कोशिश की जाएगी।
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