Breaking

Saturday 20 October 2018

"RUC को हम हमेशा ही सपोर्ट करते आए हैं क्योंकि RUC की कमान एक आलिमेदीन के हाथों में है और आलिमेदीन कभी क़ौम का सौदा नहीं कर सकता" मोहम्मद शाहीन सोशल मीडिया एक्टिविस्ट

मोहम्मद शाहीन
सोशल मीडिया एक्टिविस्ट
Peace Party अपने जाहिल नेता की फिरकेवाराना बदतमीजी के सबब मुसलमानों में ही बदनाम हो चुकी है Akhilesh Yadav साहब को इस गंदगी से दूर रहना होगा, गंदगी अपने शरीर पर लपेटने से कोई फायदा नहीं उल्टा भारी नुकसान होने का अंदेशा है। गठबंधन में बदनाम पार्टियों को जोड़ने से गठबंधन ही बदनाम हो जाएगा। पीस पार्टी के संगठन में मौजूद जितने पदाधिकारी जमीअत और अकाबिरीने देवबंद से मुहब्बत रखते हैं उनको फौरन ही पीस पार्टी छोड़ देनी चाहिए वरना डाक्टर अय्यूब की बदतमीजी का खामियाजा स्थानीय स्तर पर इन पदाधिकारियों को भुगतना पड़ सकता है।

डाक्टर अय्यूब मुसलमानों में एक फितना बनकर आया है मुझे अफसोस है मैं इस बेहूदा शख्स को वक़्त पर नहीं पहचान सका क्योंकि हर जुम्मन के दिल के किसी कोने में मुस्लिम क़यादत के लिए हमदर्दी होती है लेकिन हमारी मजबूरी है कि हालात के मद्देनजर हम भाजपा की तरह हिन्दू मुस्लिम की सियासत नहीं कर सकते फिर भी दिल से चाहते हैं कि मुस्लिम कयादतें हिकमत के साथ धीरे धीरे आगे बढ़ती रहें इसलिए पीस & RUC के लिए हमने हमेशा साफ्ट कार्नर दिल में रखा।

जहां तक मजलिस की बात है तो मेरा क्लियर कट स्टैंड है कि मजलिस को सोशल नेटवर्किग पर मौदूदियन चूहों ने हाईजैक कर रखा है ये लोग गाहे बगाहे डाक्टर अय्यूब वाली फिरकेबाज़ी दिखाते रहते हैं इन्हीं फिरकेबाज़ों ने हमारे दिलों में मजलिस के लिए दूरी पैदा की, साथ ही दूसरी सबसे बड़ी वजह मजलिस के प्रदेश अध्यक्ष का निकम्मा पन है शौकत साहब ने चुन चुनकर बड़े बड़े गालीबाज़ और बदतमीज लौंडों को ज़िला अध्यक्ष तक के पदों पर सजा दिया है। मजलिस की प्रदेश यूनिट को अपने रवैये में बुनियादी तबदीली लाकर पार्टी को सर्वमान्य बनाना होगा।

RUC को हम हमेशा ही सपोर्ट करते आए हैं क्योंकि RUC की कमान एक आलिमेदीन के हाथों में है और आलिमेदीन कभी क़ौम का सौदा नहीं कर सकता ऐसा हमारा विश्वास है। Aiudf के पहले यूपी चुनाव में हमने अपने इलाके में अपनी NGO की मारफत UDF के लिए ज़बरदस्त कैंपेन चलाया था, उस समय मेरठ से Haji Yaqub Qureshi Bsp साहब ने चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पंहुचे, हाजी यूसुफ कुरेशी Aiudf के प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे। Aiudf के सिंबल से स्वार रामपुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने वाले मुफ्ती अब्दुस्समी कासमी के लिए हमने स्वार रामपुर जाकर नवेद मियां के खिलाफ कैंपेन किया था। इससे पहले डाक्टर मसूद साहब की पार्टी नेलोपा का मैं सक्रिय कार्यकर्ता रह चुका हूं।

मेरा मानना है कि सबसे पहले Aimim+ RUC+Aiudf का आपसी एलांयस बनाकर आपसी इत्तेहाद क़ायम किया जाए फिर सैक्यलर पहचान रखने वाली पार्टियों पर खुद बखुद प्रेशर आ जायेगा और महागठबंधन में इस सब-एलांयस को शामिल करना उनकी मजबूरी होगी। अपनी क़यादत का ख्वाब देखना बुरा नहीं हम भी देखते हैं लेकिन होशमंदी से काम लेना समय की ज़रूरत है।

No comments:

Post a Comment