भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बेहतरीन संविधान है।लेकिन भारतीय संविधान की एक धारा ने अल्पसंख्यकों के एक कमज़ोर वर्ग के साथ ना इंसाफी कर रखी है।जिन अंग्रेजों को फुट डालने में महारत हासिल थी,उन्होंने भी सभी धर्मों के अनुसूचित वर्ग को एक समान सुविधाएं दे रखी थीं।1950 में धार्मिक अल्पसंख्यकों से यह सुविधाएं वापस ले ली गयी थीं।बाद में सिखों और नव बुद्धों की तो यह सुविधाएं बहाल कर दी गईं,मगर मुसलमानो और ईसाइयों को अभी तक इससे वंचित रखा गया है।
साबिर खान उर्फ बाबू भाई
नगर अध्यक्ष
राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल
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